मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) सामान्य तौर से देश में मॉनसून का सीजन जून से शुरू होकर सितंबर के साथ ही खत्म हो जाता है। लेकिन इस साल देश के मध्य, पश्चिम और दक्षिण भारत के कई इलाकों में अक्टूबर के दौरान भारी बारिश हुई है। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक भारी बारिश वाले ये इलाके देश के 60% हिस्से को कवर करते हैं। बेमौसम बारिश से कपास, मूंगफली और खरीफ की दूसरी तैयार फसलों का भारी नुकसान की आशंका है।
मौसम विभाग के मुताबिक 1-30 अक्टूबर के दौरान महाराष्ट्र के मराठवाड़ा में सामान्य से 213% ज्यादा बारिश हुई है। जबकि मध्य महाराष्ट्र में 172% और कोंकण-गोवा इलाके में 133% ज्यादा बारिश हुई है।
इस दौरान गुजरात में सामान्य से 292% और सौराष्ट्र में 151%ज्यादा बारिश हुई है। मध्य प्रदेश भी पूरे महीने बेमौसम बारिश के चपेट में रहा और खास करके पश्चिमी मध्य प्रदेश में सामान्य से 88% ज्यादा बारिश हुई है। पिछले 24 घंटे में गुजरात में 100 गुना ज्यादा बारिश हुई है।
पूरे मध्य भारत की बात करें तो इसमें आने वालें महाराष्ट्र, गुजरात, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में औसत रुप से इस दौरान सामान्य से 98% ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है। वहीं पिछले 24 घंटे में इस इलाके में सामान्य से 392% ज्यादा बारिश हुई है।
बेमौसम बारिश की मार दक्षिण भारत में भी कम नहीं है। दक्षिण भारत में अक्टूबर की बारिश के मामले में कर्नाटक सबसे आगे है। इसमें तटीय कर्नाटक में जहां 183% ज्यादा बारिश हुई है, वहीं राज्य के अंदरुनी हिस्से में 110% ज्यादा बारिश रिकॉर्ड की गई है।
इस बीच मौसम विभाग ने लक्षद्वीप के पास से उठे 'महा' तूफान की वजह से तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक के कुछ हिस्सों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
1-30 अक्टूबर के दौरान बारिश
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इलाके
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ज्यादा बारिश
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वास्तविक बारिश (MM)
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सामान्य बारिश (MM)
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मराठवाड़ा
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213%
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222.4
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71.2
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मध्य महाराष्ट्र
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172%
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197
|
72.4
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कोंकण-गोवा
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133%
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255.4
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109.7
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गुजरात
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292%
|
67.8
|
17.3
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सौराष्ट्र
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151%
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38.6
|
15.4
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पश्चिमी MP
|
88%
|
55.2
|
29.3
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तटीय कर्नाटक
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183%
|
518.6
|
183.5
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अंदरुनी कर्नाटक
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110%
|
219.6
|
104.8
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