मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) मलेशियाई पाम तेल में पिछले 4 दिन की एकतरफा तेजी पर ब्रेक लग गया है। सोया तेल में सुस्ती से दोपहर तक के कारोबार में इसमेंं दबाव दिखा। हालांकि जुलाई में भंडार गिरने की आशंकाओं की वजह से पाम तेल में गिरावट सीमित रही।
बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव पर क्रूड पाम तेल का अक्टूबर वायदा 20 रिंगिट या 0.72% की गिरावट के साथ 2,748 रिंगिट प्रति टन पर कारोबार किया। कल इसमें 2.82% तक का उछाल दिखा था और भाव 10 फरवरी के बाद का ऊपरी स्तर भी छू लिया था।
दरअसल ब्राजील और अमेरिका में सोयाबीन की अच्छी फसल को देखकर दुनिया के कुछ बड़े फंडों ने सोयाबीन और सोया तेल में अपनी पोजिशन कम की है। इसी वजह से ग्लोबल मार्केट में सोया तेल की कीमतों पर दबाव दिखा है।
गौरतलब है कि ब्राजील में अगले सीजन के दौरान 13.26 करोड़ टन सोयाबीन की रिकॉर्ड पैदावार की उम्मीद है। वहीं भारत में भी सोयाबीन के समेत तिलहन की खेती पिछले साल से आगे चल रही है।
इस बीच के डलियन एक्सचेंज पर सोया तेल में 1.52% की तेज गिरावट के साथ कारोबार हुआ। वहीं पाम तेल का दाम 0.14% नरम रहा। जबकि शिकागो बोर्ड ऑफ ट्रेड पर सोया तेल का दाम 0.39% फिसल गया है।
इस दौरान घरेलू बाजार में NCDEX पर सोया तेल सितंबर वायदा में दोपहर 12 बजे के आसपास 7 रुपए की गिरावट के साथ 875.5 रुपए और MCX पर क्रूड पाम तेल के अगस्त वायदा में 6.30 रुपए की गिरावट के साथ 737.10 रुपए पर कारोबार हुआ।