मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) बेमौसम बारिश से फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए 22 नवंबर यानि कल केंद्रीय दल महाराष्ट्र आ रहा है। हमें सूत्रों के जानकारी मिली है कि ये दल 3 दिनों तक राज्य में नुकसान का जायजा लेगा।
गौरतलब है कि बेमौसम बारिश और देर तक मानसून की बारिश की वजह से अक्टूबर में औरंगाबाद, अमरावती और नासिक संभागों के किसान बड़े स्तर पर प्रभावित हुए थे।
सूत्रों का कहना है कि केंद्र से पांच सदस्यीय टीम बेमौसम बारिश से फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए तीन दिनों के लिए 22 नवंबर से महाराष्ट्र का दौरा करेगी। वे विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करेंगे, केंद्र को अपनी रिपोर्ट सौंपने से पहले किसानों से बातचीत करेंगे।
एक अनुमान के मुताबिक राज्य में करीब 94.53 लाख हेक्टेयर की फसलों को बारिश से नुकसान पहुंचा है। जिसकी वजह से एक करोड़ से ज्यादा किसानों पर इसका असर पड़ा है। आपको बता दें औरंगाबाद में सबसे ज्यादा नुकसान की खबरें आई थीं। साथ थी लातूर और नागपुर इलाके में भी काफी नुकसान हुआ है। जहां कपास, सोयाबीन, उड़द और मूंग की फसल को नुकसान की आशंका है।
इससे पहले किसानों की भरपाई के लिए राज्य ने केंद्र से वित्तीय सहायता के तौर पर 7207.79 करोड़ रुपये की मांग की है। महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने 16 नवंबर को ऐसे किसानों को वित्तीय राहत देने की घोषणा की थी और इसके तत्काल निराकरण का आदेश भी दिया था। इसके तहत खरीफ फसलों के लिए प्रति हेक्टेयर 8,000 रुपये और बागवानी / बारहमासी फसलों के लिए दो हेक्टेयर तक 18,000 रुपये प्रति हेक्टेयर राहत दी जाएगी।
आपको बता दें इस महीने की शुरुआत में, तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने प्रभावित किसानों के लिए विशेष सहायता के रूप में 10,000 करोड़ रुपये मंजूर किए थे।