login_img.jpg
Login ID:
Password:
Partner Login
Contact Us : 7066511911

लाल मिर्ची में सिमित व्यापार

30 Aug 2018 11:47 am
 Comments 0 Comments  |  Comments Post Comment  |  Font Size A A A 

मुबई (कमोडिटीजकंट्रोल) - आज गुंटूर तथा वारंगल में अच्छी आवक तथा औसत खरीददारी से लाल मिर्ची में सामान्य व्यापार दर्ज किया गया, वारंगल में कम गुणवत्ता की मिर्ची की आवक हो रही है जिसकी वजह से कीमतों में अंतर देखा जा रहा है।

व्यापारी सूत्रों के मुताबिक बांग्लादेश, श्रीलंका, चीन तथा थाईलेंड से तेजा तथा 334 किस्म की मिर्ची की पूछ परख बढ़ रही ही जिससे मिर्ची के बाजार में हल्की गर्माहट देखी जा सकती है।

बारिश की वजह से बाजार में अच्छी गुणवत्ता की मिर्ची की आवक कम होती देखी जा रही है तथा किसान भी नमी होने के दर से अपना माल बाजार में नहीं ला रहे है जिसकी वजह से बाजार में कोल्ड स्टोरेज का माल बिक रहा है।

घरेलु तथा एक्सपोर्ट में बढती मांग कमजोर रुपये तथा सिमित स्टॉक के कारण आने वाले सप्ताह में मिर्च की कीमतों में मजबूती देखी जा सकती है।

मध्यप्रदेश में लाल मिर्ची की फसल में वायरस फैलने तथा ज्यादा बारिश की वजह से ख़राब होने की ख़बरें आ रही है परन्तु अभी तक अनुमान नहीं लग पाया है की फसल को कितना नुकसान हो सकता है।

कर्णाटक तथा केरल की मिर्ची की फसल ख़राब हो चुकी है, कर्णाटक के कई हिस्सों में बाढ़ की स्थिति की वजह से फसल को गंभीर नुकसान पंहुचा है वहीँ केरल में लाल की फसल 90 % तक तबाह हो चुकी है।

बाजार के सूत्रों के मुताबिक अच्छी मिर्ची का स्टॉक बेहद सिमित मात्र में देखा जा रहा है तथा कोल्ड स्टोरेज की मिर्ची में 50 से 55% की हिस्सेदारी एक्सपोर्टरों की होने की खबर है, ऐसे में घरेलु बाजार में लाल मिर्ची की सप्लाई पर असर पड़ सकता है, इसके अलावा उत्तर तथा उत्तर पूर्वी भारत से बीज वाली तथा मीडियम क्वालिटी की लाल मिर्ची की मांग में बढ़ोत्तरी देखी जा रही है जिससे गुंटूर तथा वारंगल के बाजारों में लाल मिर्ची में बाजार मजबूत देखे जा रहे है।

गौरतलब है की उत्तर भारत से मीडियम क्वालिटी की लाल मिर्ची की मांग में अच्छी खासी वृद्धि हो चुकी है है तथा साल दर साल वैश्विक जनसँख्या में वृद्धि के कारण लाल मिर्ची की खपत लगातार बढती जा रही है तथा मिर्ची का औसत उत्पादन लगभग एक जैसा होने की वजह से आपूर्ति में कमी देखी जा रही है जिसकी वजह से मांग तथा आपूर्ति में अस्थिरता देखी जा सकती है।

दीर्धकालीन समय में लाल मिर्ची में मंदी की आशंका से इनकार किया जा रहा है तथा स्टॉक में कमी तथा आने वाले वर्ष में उत्पादन में कमी से लाल मिर्ची में अच्छी तेजी रहने की संभावना बनती नजर आ रही है, इस वर्ष लाल मिर्ची की फसल में ज्यादा बढ़ोतरी की उम्मीद नहीं है जिसकी वजह से लाल मिर्ची फिर से तीखी हो सकती है।

Market Verity Min (1/Kg) Max (1/Kg) Arrival
Guntur 334/S4 70 89 60000
Guntur TEJA 88 106
Guntur BYADGI 90 105
Guntur 273 100 110
Guntur No 5 90 100
Guntur 341 95 107
Guntur S10 70 89
Warangal DD (MED) 80 85 4000
Warangal 334 (COLD) 75 82
Warangal TEJA (MED) 80 87
Warangal 1048 (MED) 80 80
Warangal AGNI (COLD) 85 85
Warangal TOMATO (COLD)(LOW) 82 82
Warangal W.HOT (COLD-MED) 65 106

All Rate in Rs Per Kg.

(कमोडिटीजकंट्रोल ब्यूरो द्वारा; +91-22-40015567)


       
  Rate this story 1 out of 52 out of 53 out of 54 out of 55 out of 5 Rated
0.0

   Post comment
Comment :

Note : This forum is moderated. We reserve the right to not publish and/or edit the comment on the site, if the comment is offensive, contains inappropriate data or violates our editorial policy.
Name :  
Email :  
   

Post Comment  

Top 5 Special Reports
Desi Moong (Jaipur) Inflection Point: Retesting Key Re...
Rajkot Groundnut Oil Loose Correction Underway / Next ...
US Cotton net export sales for April 12-18 at 177,100 R...
US soybean net sales for April 12-18 at 210,900 MT, dow...
Black Matpe Polished (AP) Consolidating Above Key Supp...
Copyright © CC Commodity Info Services LLP. All rights reserved.