मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) - भारत द्वारा मटर पर 50% आयात शुल्क लगाए जाने के कारण कनाडा में मटर की कीमतो मे गिरावट दर्ज की गयी।
भारत सरकार ने 2016-17 में दलहनों के भरपूर उत्पादन (तुवर, उदद और मूंग) के कारण आयात शुल्क बढ़ाने का फैसला किया, क्योंकि दलहनों की कीमत एमएसपी से नीचे जा चुकी थी, भारत ने 2016-17 मे करीब 32 लाख टन पीले मटर का आयात किया जिसमे 127,000 मेट्रिक टन अमेरिका से आयात किया हुआ मटर शामिल है।
भारत में पीला मटर का सबसे बड़ा निर्यातक कनाडा 9 नवंबर को भारत सरकार द्वारा घोषित अधिसूचना ( पीले मटर पर 50% इम्पोर्ट ड्यूटी ) से काफी हद तक प्रभावित हुआ है। कनाडाई बाजार में पीले मटर में तेज गिरावट (लगभग $ 58 यूएसडी) दर्ज की गयी थी, जबकि भारत में हमारे स्रोतों के पास कोई भी वास्तविक भाव उपलब्ध नहीं है, परंतु बाज़ारो मे इस वक़्त $ 260- $ 270 (सीएनएफ) के अस्थायी भाव की चर्चा है।
हालांकि, कनाडा से कुछ चुनिंदा प्रतिनिधियों ने भारतीय कैबिनेट के साथ चर्चा करने के लिए भारत में आगमन किया था और लगाए गए आयात शुल्क को संशोधित करने या कम करने के लिए कहा।
50% आयात शुल्क के निर्णय ने अंतरराष्ट्रीय बाजार के निर्यातकों पर दबाव बढ़ा दिया क्योंकि भारत के आयातकों के पास जब तक मटर का स्टॉक मौजूद है तब तक भारत से मटर की डिमांड ना के बराबर रहेगी जिससे कमोडिटी की कीमतों में गिरावट आई है।
सूत्रों के मुताबिक, आने वाले दिनों में मटर लोड किए गए कई जहाजों को भारतीय बंदरगाहों में निर्धारित तिथि पर पहुचना है उन पर नये आयात शुल्क लगाए जाएँगे क्यूंकी उक्त शिपमेंट अब तक कस्टम से क्लियर नही हुए है।
भारत सरकार को पीला मटर पर मात्रात्मक प्रतिबंध (क्यूआर) देना चाहिए था क्योंकि आयात शुल्क लगाए जाने के निर्णय से पीले मटर की कीमतों मे वृद्धि की संभावना नही के बराबर है जिससे किसानों को 2017-18 मे मटर पर ज़्यादा लाभ नही मिल पाएगा क्योंकि अंतरराष्ट्रीय बाजारों में मटर की दरें पहले ही 15 -20% प्रतिशत नीचे है जो की दलहनो मे सबसे सस्ती वस्तु है।
(कमोडिटी कंट्रोल ब्यूरो द्वारा + 91-22-40015523)