मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) कोरोना वायरस की वजह से दुनिया में मांग गिरने की आशंका से मलेशियाई पाम तेल वायदा तेज गिरावट के साथ बंद हुआ। ये लगातार चौथा दिन था जब पाम तेल में बिकवाली हावी रही। इस हफ्ते इसमें करीब 6% की गिरावट दर्ज हुई, जो पिछले 3 हफ्ते की सबसे बड़ी गिरावट रही।
बुर्सा मलेशिया डेरिवेटिव (BMD) पर क्रूड पाम तेल जून वायदा 2.86% या 66 रिंगिट की गिरावट के साथ 2245 रिंगिट/टन पर बंद हुआ। 23 मार्च के बाद का ये सबसे निचला स्तर रहा। इस हफ्ते इसमें कुल 5.6% की गिरावट दर्ज हुई।
जानकारों के मुताबिक हाजिर में सोयाबीन डिस्काउंट में बिकने की वजह से आगे पाम तेल में गिरावट और बढ़ सकती है। इसी वजह से कच्चे तेल में आई तेजी का फायदा भी क्रूड पाम तेल को नहीं मिल सका है। आपको बता दें ग्लोबल मार्केट में आज कच्चे तेल में करीब 10% की तेजी देखने को मिली है।
इस बीच इंडोनेशिया पाम तेल एसोसिएशन ने सफाई दी है कि वहाँ कोरोना वायरस के संक्रमण की रोक के लिए महज प्लांटों को एक सुरक्षा प्रोटोकॉल दिया गया है। इसके तहत काम करने के घण्टों में कटौती की कोई योजना नहीं है।
हालांकि इस बीच मलेशिया के पाम आयल एसोसिएशन ने मजदूरों के लगातार घर जाने की वजह से आगे चलकर इनकी किल्लत होने की आशंका जताई है।
वहीं चीन में डालियन एक्सचेंज पर सोया तेल वायदा में आज 0.34% की तेजी रही। जबकि पाम तेल वायदा में 1.44% की गिरावट के साथ कारोबार हुआ।
भारत में MCX पर क्रूड पाम तेल अप्रैल वायदा 3% से ज्यादा की गिरावट के साथ ₹620.5 का निचला स्तर छू लिया।
दरअसल भारत जैसे बड़े खरीदार के अलावा दुनिया के कई देशों में लॉक डाउन से खाने के तेलों की मांग में कमी आई है। अगले हफ्ते में 7 अप्रैल से सिंगापुर में भी एक महीने के लॉक डाउन का एलान किया गया है। लॉक डाउन में होटल और रेस्टुरेंट बंद रहने से खाने के तेलों की मांग में भारी कमी की आशंका है।