मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) जानलेवा कोरोना वायरस की वजह से देशव्यापी लॉकडाउन के बीच हरियाणा सरकार ने 20 अप्रैल से न्यूनतम समर्थन मूल्य पर किसानों से गेहूं की खरीद शुरू होने की उम्मीद जताई है। नई फसल की आवक और खरीद के दौरान मंडियों में भीड़ न लगे और सोशल डिस्टेंसिंग नियमों का भी पालन हो, इसके लिए राज्य सरकार खरीद के लिए खास स्कीम लेकर आई है।
राज्य सरकार की खरीद स्कीम के तहत जो किसान सबसे बाद में गेहूं लेकर मंडी में आएंगे उन्हें ज्यादा कीमत दी जाएगी। हालांकि खरीद 20 अप्रैल से ही शुरू कर दी जाएगी, लेकिन शरुआती चरण में प्रति क्विंटल गेहूं पर महज ₹1925 न्यूनतम समर्थन मूल्य का ही भुगतान किया जाएगा। इस कीमत पर 20 अप्रैल से 5 मई तक गेहूं की खरीद होगी। जबकि 6-31 मई के दौरान गेहूं बेचने वाले किसानों को प्रति क्विंटल पर ₹50 का इंसेंटिव दिया जाएगा। इस तरह से इस चरण में किसानों को प्रति क्विंटल पर ₹1975 का भाव मिल सकेगा। वहीं 1-30 जून यानी अंतिम चरण में MSP से ₹125 ऊपर ₹2050/क्विंटल के भाव पर गेहूं की खरीद की जाएगी।
सूत्रों के मुताबिक राज्य सरकार मंडियों में भीड़ को कंट्रोल करने के लिए ये व्यवस्था लाई है। सरकार का मानना है कि जिन किसानों को पैसे की तत्काल जरूरत होगी या उनके पास भंडारण की व्यवस्था का अभाव होगा वे पहले चरण में गेहूं बेच सकते हैं। लेकिन जो किसान थोड़ा रुक सकते हैं, उन्हें सरकार इन्सेंटिव के तौर पर गेहूं की ज्यादा कीमत देगी।
दरअसल ज्यादातर सरकारी मशीनरी इस वक़्त कोरोना वायरस महामारी के रोकथाम बंदोबस्त में व्यस्त है। वहीं दूसरी ओर इसी दौरान तैयार हो रही फसल की खरीद भी सुनिश्चित करनी है। साथ ही खरीद के दौरान कोरोना वायरस संक्रमण न हो, इसके लिए सोशल डिस्टेंसिंग और भीड़भाड़ को भी रोकना है, इस वजह से सरकार इस तरह की योजना लेकर आई है।