मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) राजस्थान में इस हफ्ते हुई भारी बारिश और ओले पड़ने से 10 जिलों की खेती पर बेहद बुरा असर पड़ा है। सरकारी अनुमान के मुताबिक इनमें से कुछ जिलों में 90% तक फसल बर्बाद होने की आशंका है।
विधान सभा में कल राज्य के आपदा प्रबंधन मंत्री भंवरलाल मेघवाल ने कहा कि "अब तक की रिपोर्ट के मुताबिक, 4-5 मार्च को हुई ओलावृष्टि से 14 जिले प्रभावित हुए। इनमें से 10 जिलों में भारी तबाही हुई है। कई जगह 90% फसलें खराब हुई हैं। अगले 10-15 दिन में सरकार नुकसान का आंकलन कराकर किसानों को मुआवजा देने की व्यवस्था करेगी। उन्हाेंने कहा कि अभी बरसात व ओलावृष्टि का दाैर जारी है लिहाजा फिलहाल नुकसान का अंतिम आंकड़ा नहीं दिया जा सकता है"। कारोबारियों के मुताबिक बारिश से राज्य में सरसों, चना, जीरा और धनिया का फसल को नुकसान की आशंका है।
राज्य सरकार ने दिए आंकलन के निर्देश
राजस्थान के मुख्य मंत्री अशोक गहलोत ने बारिश से हुए नुकसान के आकलन के निर्देश दिए हैं। उन्होने ट्वीट करके कहा कि फसलों को हुए नुकसान को लेकर सरकार गंभीर है। लिहाजा नुकसान का आकलन और किसानों को सहायता उपलब्ध कराने का संवेदनशील निर्णय लिया है। उन्होने कहा कि प्रभावित जिलों के प्रभारी मंत्री ओलावृष्टि से पीड़ित किसानों से मिलकर जिला कलेक्टर और अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर फसल नुकसान का आकलन करेंगे। पीड़ित किसानों को आपदा राहत नियमों के तहत जल्द से जल्द सहायता प्रदान की जाएगी।
शुक्रवार को भी राज्य के कई इलाकों में बारिश-ओले
राजस्थान में शुक्रवार काे भी ओले-बारिश ने कहर बरपाया। सीकर, अलवर, दौसा, अजमेर, श्रीगंगानगर, नागौर, चूरू, भरतपुर और हनुमानगढ़ में जबरदस्त ओलावृष्टि की वजह से फसलें चाैपट हाे गई। चूरू में 13MM, श्रीगंगानगर में 7.6, अजमेर में 5.9, जयपुर में 3MM बारिश हुई। कारोबारियों के मुताबिक इन इलाकों में सरसों की फसल को भारी नुकसान की आशंका है। वहीं तेज आंधी से गेहूं और जौ की फसल खेतों में बिछ गई है।
आगे भी बिगड़ेगा मौसम का मिजाज
मौसम विभाग ने 10 मार्च के बाद फिर से राजस्थान में मौसम के खराब होने की आशंका जताई है। IMD के मुताबिक 10-11 मार्च के दौरान राजस्थान के ज्यादातर इलाकों में आंधी और तेज बारिश के साथ कुछ इलाकों में ओले पड़ने की आशंका है।