मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) साल 2014 के बाद देश में कृषि मंत्रालय का बजट करीब पांच गुना बढ़ गया है। ये दावा है प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का। लोकसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि 2014 में हमारे आने से पहले कृषि मंत्रालय का बजट महज 27,000 करोड़ रुपए था।
किसानों और खेती की बेहतरी के लिए उठाए गए अपनी सरकार के कदमों का जिक्र करते हुए संसद में प्रधानमंत्री ने कहा कि पांच साल में कृषि मंत्रालय का बजट करीब पांच गुना बढ़कर 1.5 लाख करोड़ रुपए तक पहुंच गया है। उन्होंने कहा कि किसानों के लिए फसलों की डेढ़ गुना MSP का विषय लंबे समय से अटका था। ये किसानें के प्रति हमारी जिम्मेदारी थी, जिसे हमने पूरा किया।
उन्होंने कहा कि किसानों की आय बढ़े ये हमारी प्राथमिकता है। साथ ही इनपुट कॉस्ट कम हो ये भी हमारी प्राथमिकता है। किसानों की आय बढ़ाने के लिए सरकार वह सभी प्रयास कर रही है, जो जरूरी है। पहले हमारे देश में दाल और तिलहन की सरकारी खरीद 7 लाख टन होती थी, जिसे हमने बढ़ाकर 100 लाख टन तक किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि फसल बीमा योजना से किसानों में एक विश्वास पैदा हुआ है। इसके तहत किसानों से करीब 13,000 करोड़ रुपए का प्रीमियम आया है। लेकिन प्राकृतिक आपदा से किसानों को जो नुकसान हुआ, उसके लिए उन्हे करीब 56,000 करोड़ बीमा योजना से हासिल हुए हैं। वर्षों से लटकी 99 सिंचाई परियोजनाओं पर करीब 1 लाख करोड़ रुपए खर्च करके पूरा किया और जिसका लाभ अब किसानों को मिल रहा है।