मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) राज्य में राष्ट्रपति शासन लगाने के बाद अपने पहले बड़े फैसले में, राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने शनिवार को बेमौसम बारिश से प्रभावित लगभग एक करोड़ किसानों को वित्तीय राहत देने की घोषणा की।
सूत्रों के मुताबिक विदर्भ, मराठवाड़ा और पश्चिमी महाराष्ट्र के 89 लाख हेक्टेयर में फसल नुकसान को कवर करने के लिए करीब 8000 करोड़ रुपए का राहत पैकेज है। इसके तहत दो हेक्टेयर तक की खरीफ फसल के नुकसान पर करीब 8,000 रुपएप्रति हेक्टेयर और बागवानी / बारहमासी फसलों की दो हेक्टेयर तक पर 18,000 रुपए प्रति हेक्टेयर राहत राशि का पेशकश की गई है।
राहत पैकेज के अलावा, राज्यपाल ने प्रभावित क्षेत्रों के लिए भू-राजस्व में छूट और उन किसानों के बच्चों को स्कूल और कॉलेजों के परीक्षा शुल्क में छूट की भी घोषणा की जिनकी फसलें खराब हुई हैं।
सूत्रों का यह भी कहना है कि आज से शुरू हुए शीतकालीन सत्र में संसद द्वारा पारित किए जाने वाले विनियोग विधेयक के रूप में केंद्र से अतिरिक्त धनराशि भीॉ मांगी जाएगी।
आपको बता दें कि इस हफ्ते की शुरुआत में, किसानों के एक वर्ग ने राज्यपाल के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, जिसमें शीघ्र मुआवजा दिए जाने की मांग की गई थी। सरकारी अनुमान के अनुसार राज्य में मक्का, बाजरा, उड़द, तुअर, सोयाबीन और कपास की फसलों को बड़ा नुकसान हुआ है। कुल क्षतिग्रस्त क्षेत्र 88.74 लाख हेक्टेयर होने का अनुमान है। राज्य सरकार ने राज्यपाल को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल द्वारा निर्धारित मानदंडों के आधार पर मुआवजे का प्रस्ताव दिया था, जो विभिन्न प्रकारों के आधार पर 6,800 रुपए प्रति हेक्टेयर से लेकर अधिकतम, 18,000 रुपए तक होता है।