मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) अमेरिका और चीन में पहले चरण की बातचीत के बाद दोनों देश व्यापार युद्ध खत्म करने के लिए सहमत हो गए हैं। हालांकि अभी ये सिर्फ मौखिक तौर पर ही कहा गया है। इस करार का कोई दस्तावेज तैयार नहीं हो सका है। लिहाजा दोनों देशों में किन बिंदुओं पर सहमति बनी है, यह भी स्पष्ट नहीं हो सका है।
हालांकि पिछले 15 महीनों से दुनिया भर के बाजारों को झकझोर रहे इस व्यापारिक युद्ध में कृषि, करेंसी और बौद्धिक संपदा केंद्रबिंदु थे। लिहाजा माना जा रहा है कि बातचीत का प्रमुख विषय भी यही रहे होंगे। बातचीत के बाद प्रेस से बात करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने कहा कि, "करार को लिखने के लिए पांच हफ्ते का वक्त लगेगा"।
बातचीत में अमेरिका ने $250 अरब के चीन के सामानों पर 25-30% की ड्यूटी लगाने के फैसले को वापस ले लिया है। हालांकि दिसंबर में लगने वाली ड्यूटी पर अभी कोई फैसला नहीं हुआ है।
इसपर जब ट्रम्प से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि, "मुझे लगता है कि हमलोग टैरिफ से आगे कुछ बहुत बड़ा सोच रहे हैं"। आपको बता दें इससे पहले ट्रम्प कह चुके हैं कि वे चीन के साथ किसी तरह के आंशिक समझौते के पक्ष में नहीं हैं।