मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) - वायदे में हो रहे कमजोर व्यापार के बावजूद हाजिर बाजार में निचले सस्तर पर लिवाली से बाजार में स्थिरता दर्ज की जा रही है, आज महाराष्ट्र के प्रमुख बाजार (हिंगोली, सांगली तथा नांदेड) बंद रहे वहीँ केसमुद्रम का बाजार भी आज बंद था।
जैसे जैसे हल्दी के भाव दिन प्रतिदिन कम होते जा रहे है वैसे वैसे हाजिर बाजार में बैठे स्टॉकिस्ट हल्दी का माल सस्टॉक करते जा रहे है, गौरतलब है की पिछले कुछ दिनों से हल्दी के वायदे में लगातार कमजोरी देखी जा रही है जिससे हाजिर बाजार के व्यापारियों में भय का वातावरण बनता जा रहा है, परन्तु निचले कीमत स्तर पर हाजिर बाजार में बड़े व्यापारी हल्दी की खरीददारी करते देखी जा रहे है जिससे यह संकेत मिल रहा है की आने वाले दिनों में हल्दी की मंदी पर विराम लग सकता है।
मानसून से अब तक हल्दी के उत्पादन क्षेत्र में अच्छी बारिश हुई है जिससे पैदावार बढ़ने की संभावना बनती जा रही है परन्तु केरल तथा कर्णाटक में हल्दी के उत्पादन वाले क्षेत्र में अत्यधिक वर्षा होने से वहां की फसल नष्ट हो चुकी है, इसके अलावा सांगली के कुछ हिस्सों में कम बारिश की खबरें आ रही है।
निजामाबाद तथा वारंगल के क्षेत्र में बारिश सामान्य से अधिक है यदि बारिश का प्रतिशत ऐसा ही बना रहा तो आने वाले दिनों में पानी की अधिकता से हल्दी की फसल को नुकसान पहुँच सकता है।
महाराष्ट्र में ( बसमत नगर, नांदेड तथा हिंगोली के हल्दी के क्षेत्र) सामान्य बारिश की खबरें मिल रही है, यही हाल तमिनाडु का है वहां भी अच्छी से फसल को लाभ मिलता नजर आ रहा है।
कई व्यापारियों से बात करने के बाद हमने पाया की इस वर्ष हल्दी का उत्पादन लगभग 75 से 80 लाख बैग का हो सकता है, इस समय हल्दी का स्टॉक लगभग २८ लाख के आसपास है जो वर्ष के अंत में 5 से 7 लाख का रह सकता है जिससे आने वाले वर्ष में हल्दी की उपलब्धता लगभग 85 लाख बैग की हो सकती है, इसके विपरीत घरेलु तथा अंतराष्ट्रीय खापर भी लगभग इतनी ही मानी जाती है जिससे हल्दी में ज्यादा मंदी की संभावना नजर नहीं आ रही है।
इस समय बाजार में सटोरिये सक्रीय है जिससे हल्दी के वायदे में लगातार गिरावट देखी जा रही है परन्तु अब हाजिर बाजार में लोगों की दिलचस्पी बढती जा रही है इससे आने वाले समय में हल्दी में खरीददारी बढ़ सकती है जिससे निचले स्तर पर हल्दी को सपोर्ट मिल सकता है, इसके अलावा 15 सितम्बर के पश्चात घरेलु बाजार में ( दशहरा तथा दिवाली के त्यौहारी मौसम के लिए) हल्दी की मांग बढ़ सकती है।
हाजिर बाजार में हल्दी की दैनिक आवक 12 से 15 हजार बैग तक सिमित हो चुकी है तथा आवक धीरे धीरे कम होती जा रही है जिससे आने वाले दिनी में हल्दी की कीमत को समर्थन मिल सकता है।
Market
|
Verity
|
Min (100/Kg)
|
Max (100/Kg)
|
Arrival
|
Nizamabad
|
Gattha
|
6500
|
6700
|
2000
|
Nizamabad
|
Finger
|
6500
|
6900
|
|
Nizamabad
|
D P Finger
|
7700
|
7900
|
|
Nizamabad
|
D P Gattha
|
7600
|
7700
|
|
Duggirala
|
Gattha
|
6100
|
6200
|
500
|
Duggirala
|
Finger
|
6200
|
6350
|
|
Basmatnagar
|
Gattha
|
6400
|
7000
|
2700
|
Basmatnagar
|
Finger
|
6600
|
7750
|
|
Sangli
|
Kadapa
|
6800
|
7300
|
|
Sangli
|
Rajapuri
|
8100
|
8500
|
|
Warangal
|
Gattha
|
5500
|
5700
|
1500
|
Warangal
|
Finger
|
5500
|
6050
|
|
Erode
|
Finger
|
7300
|
7400
|
2700
|
Erode
|
Gattha
|
6300
|
6500
|
|
Cuddapah
|
Gattha
|
6000
|
6200
|
500
|
Cuddapah
|
Finger
|
6100
|
6300
|
|
(कमोडिटीजकंट्रोल ब्यूरो द्वारा; +91-22-40015567)