मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) - निचले स्तर पर खरीददारी आने से आने वाले समय में हल्दी में सकारात्मक व्यापार देखा जा सकता है, हालंकि इस वक़्त एक्सपोर्ट से ज्यादा मांग न होने की वजह से कमजोरी देखी जा रही है।
प्रॉफिट बुकिंग की वजह से हल्दी में 15 सप्ताह के उच्चतम स्तर (एनसीडीएक्स जून वायदा 7770) से गिरावट जारी है, परन्तु व्यापारिक हलचल की वजह से निचले स्तर पर स्टॉकिस्ट सक्रीय हो सकते है।
बेहतर घरेलु खरीदी तथा निर्यात की वजह से हल्दी की कीमतों को समर्थन मिल सकता है जिससे हल्दी की कीमतों में लॉन्ग टर्म के लिए तेजी रह सकती है।
एगमार्कनेट द्वारा जारी डाटा के अनुसार मई के पहले पखवाड़े (15 मई तक) हल्दी की आवक 30,400 टन रही जो की पिछले वर्ष की इसी आवादी में 44,571 थी।
इस वर्ष बाजारों में अच्छी तथा सुखी हल्दी की आवक देखी जा रही है तथा आने वाले समय में बाजार में हल्दी में तेजी की धारणा को देखते हुए व्यापारी तथा स्टॉकिस्ट हल्दी का स्टॉक करने के लिए सक्रियता देखी जा सकते है।
हालाँकि व्यापारी मानसून का इन्तजार कर रहे है, आएमडी ने भविष्यवाणी करते हुए कहा की केरल में मानसून 29 मई को आ सकता है, अधिकांश मसालों की बुवाई मानसून की बारिश के बाद होती है, मसालों की खेती बारिश पर निर्भर करेगी।
भारत मसालों का दुनिया में सबसे बड़ा उत्पादक और निर्यातक है।
कृषि मंत्रालय द्वारा जारी किए गए पहले अग्रिम अनुमानों में दिखाया गया की 2017-18 के दौरान भारत के मसालों का उत्पादन 8.16 मिलियन टन पर स्थिर पर रहा।
अप्रैल-दिसंबर 2017 के दौरान भारतीय मसालों और मसालों के उत्पादों का निर्यात 797,145 टन (131.68 अरब रुपये) हो गया, जो वॉल्यूम में 20% और रुपये में 4% की वृद्धि दर्ज करता है। डॉलर में मसालों का निर्यात 9% बढ़कर 2,041 मिलियन डॉलर हो गया, जो एक साल पहले 1,880 मिलियन डॉलर था।
पुरे भारत में इस वर्ष हल्दी के उत्पादन का अनुमान लगभग 58 से 62 लाख बैग (प्रत्येक 70 किलो बैग) का लगाया जा रहा है तथा घरेलु तथा एक्सपोर्ट की खपत 70 से 75 लाग बैग की हो सकती है जिसे देखते हुए आने वाले वर्ष में कैरी फॉरवर्ड स्टॉक बहोत कम होने की संभावना के चलते आने वाले समय में हल्दी के दाम 3 अंको को छू सकते है, परन्तु जुलाई तथा अगस्त के माह में मानसून सीजन में बारिश के आंकड़े हल्दी में तेजी मंदी के खेल में मुख्य भूमिका निभा सकते है।
टेक्नीकल चार्ट के अनुसार हल्दी के जून वायदे में साप्ताहिक ट्रेंड (विकली ट्रेंड) ऊपर का (अप ट्रेंड) है लॉन्ग पोजीशन के लिए 7008 के स्टॉप लोंस के साथ पोजीशन बनाये रखना चाहिए, हल्दी में 7288 का स्तर पर होने के बाद 7400 तथा 7686 का स्तर दिख सकता है, परन्तु यदि प्रॉफिट बुकिंग आती है तो 7126 के मनोवैज्ञानिक स्तर पर सपोर्ट मिलने की सम्भावना है।
(कमोडिटीज कंट्रोल ब्यूरो द्वारा; + 91-22- 40015567)
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