मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) - एक सप्ताह के दौरान हल्दी में सामान्य आवक के मुकाबले बेहतरीन खरीददारी से बाजार में तेजी देखी गई, घरेलु तथा एक्सपोर्ट में आ रही बेहतरीन मांग से हल्दी का बाजार मजबूत देखा जा रहा है।
गौरतलब है की इस वर्ष हल्दी को बायलर (कुकर) के द्वारा पकाया गया था इसलिए निज़ामाबाद क्षेत्र में हल्दी की आवक हर वर्ष से 15 दिन पहले चालु हो चुकी थी परन्तु इस वर्ष हल्दी में नमी की मात्रा ज्यादा पाई गई है, इसके अलावा बाजार में स्टॉक की कमी देखी जा रही है जिससे व्यापारी हल्दी में मजबूती की धारणा लेकर चल रहे है।
निज़ामाबाद में अब तक इस वर्ष के उत्पादन का करीब 85% उत्पाद बाजार में आ चुका है यही हाल सांगली का है वहां भी करीबन 80% उत्पाद बाजार में बिक चुका है। इस सप्ताह निज़ामाबाद में लगभग 60 हजार बैग हल्दी की आवक रही जो पिछले सप्ताह से 20 हजार बैग कम है, आने वाले दिनों में हल्दी की आवक में कमी देखी जा सकती है।
महाराष्ट्र के प्रमुख उत्पादन क्षेत्र बसमत नगर में अब तक 2 लाख बैग हल्दी की आवक हो चुकी है तथा 14 लाख बैग आने वाले दिनों में आएगी, कडप्पा में 75 हजार बैग हल्दी की आवक हो चुकी है, कुल मिलकर भारत के प्रमुख बाजारों में नई हल्दी की कुल आवक लगभग 35 से 40 लाख बैग की हो चुकी है।
सूत्रों के अनुसार बाजारों में हल्दी का बड़ा हिस्सा आ चुका है तथा अब ज्यादा से ज्यादा 20 से 25 लाख बैग हल्दी बाजार में आनी शेष है, निज़ामाबाद में लगभग 4 लाख बैग के आसपास का स्टॉक तथा सांगली में 2 लाख बैग का स्टॉक देखा जा रहा है, परन्तु मांग को देखते हुए बाजार में स्टॉकिस्ट की सक्रियता बढ़ने की उम्मीद है।
पिछले वर्ष हल्दी का अधिकतम मूल्य 8840 रुपये प्रति क्विंटल का था परन्तु इस वर्ष उत्पादन की कमी तथा मांग की अधिकता से व्यापारियों को उम्मीद है की हल्दी उक्त आंकड़े को छू सकती है।
इस वर्ष हल्दी का उत्पादन करीब 10 लाख बैग कम है , पिछले वर्ष लगभग 70 लाख बैग (प्रति बैग 70 किलोग्राम) (लगभग 4.9 लाख टन) हल्दी का उत्पादन हुआ था जबकि इस वर्ष उत्पादन का आंकड़ा लगभग 60 लाख बैग (प्रति बैग 70 किलोग्राम) (लगभग 4.165 लाख टन) के आसपास है।
घरेलु बाजार में बढती हुई मांग तथा एक्सपोर्ट में अच्छी पूछताछ से हल्दी के बाजार में व्यापारिक सक्रियता बढती जा रही है तथा आने वाले दिनों में हल्दी की मांग में वृद्धि देखने को मिल सकती है, कई व्यापारियों ने दबी जुबान बताया की अब तक लोगों को स्टॉक की जानकारी नहीं है किन्तु आने वाले दिनों में जब उन्हें पता चलेगा की मांग के अनुरूप बाजार में स्टॉक मौजूद नहीं है तो व्यापारी हल्दी का स्टॉक करना चाहेंगे जिससे हल्दी में अच्छी मांग आ सकती है।
इस वर्ष हल्दी का कैरी फॉरवर्ड स्टॉक लगभग 22 लाख बैग (प्रति बैग 70 किलोग्राम) (लगभग 1.55 लाख टन) बचा है परन्तु घरेलु उत्पादन को मिला लिया जाये तो पुरे वर्ष के लिए हल्दी की उपलब्धता करीब 82 लाख बैग की (प्रति बैग 70 किलोग्राम) (लगभग 5.75 लाख टन) की रहेगी परन्तु घरेलु तथा एक्सपोर्ट में इस वर्ष लगभग 75 लाख बैग (प्रति बैग 70 किलोग्राम) (लगभग 5.25 लाख टन) हल्दी की खपत होने की उम्मीद है जिसे देखते हुए वर्ष 2019 में हल्दी का कैरीफॉरवर्ड स्टॉक लगभग 7 लाख बैग (प्रति बैग 70 किलोग्राम) (लगभग 0.5 लाख टन) रह सकता है जिसे देखते हुए हल्दी में लॉन्ग टर्म के लिए तेजी का माहौल बन सकता है।
आने वाले सप्ताह में अच्छी मांग तथा खरीददारी को देखते हुए हल्दी में 500 से 700 रुपये प्रति क्विंटल की तेजी देखी जा सकती है।
कमोडिटीज कंट्रोल द्वारा अथाह परिश्रम तथा व्यापारियों से लगातार बातचीत करने से उत्पादन के औसत आंकड़े प्राप्त हुए है जो की नीचे दिए गए टेबल में दर्शाया
गया है।
हल्दी का उत्पादन (सत्र 2018)
|
राज्य
|
उत्पादन क्षेत्र
|
उत्पादन
लाख बैग/70 किलो
|
उत्पादन
लाख टन
|
आंध्र प्रदेश
|
|
|
|
|
कडप्पा
|
2
|
0.14
|
|
दुग्गीराला
|
3.5
|
0.245
|
तेलंगाना
|
|
|
|
|
निज़ामाबाद
|
17
|
1.19
|
|
वारंगल
|
4
|
0.28
|
|
विकाराबाद
|
1
|
0.07
|
महाराष्ट्र
|
|
|
|
|
सांगली
|
11
|
0.77
|
|
(13 लाख बैग/55 किलो)
|
|
|
|
बसमतनगर
|
12
|
0.84
|
|
नांदेड-हिंगोली-अन्य
|
|
|
|
(16 लाख बैग/50 किलो)
|
|
|
तमिलनाडु
|
इरोड
|
5
|
0.35
|
कर्नाटक
|
मैसूर
|
1
|
0.07
|
ओड़िसा
|
बेरहामपुर
|
1
|
0.07
|
आसाम
|
|
1
|
0.07
|
बिहार+बंगाल+अन्य
|
|
1
|
0.07
|
कुल उत्पादन
|
|
59.5
|
4.165
|
साप्ताहिक टेक्नीकल के हिसाब से हल्दी के मई वायदे में यदि 6995 का स्तर पार हो जाता है तो हल्दी में 7250 तथा 7425 का स्तर आ सकता है जिसे देखते हुए व्यापारियों को अपनी शोर्ट पोजीशन से निकलना चाहिए।
साप्ताहिक चार्ट :
(कमोडिटीज कंट्रोल ब्यूरो द्वारा; + 91-22-40015567)