मुंबई (कमोडिटीजकंट्रोल) - नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन त्रिदेऊ ने शुक्रवार को मुलाक़ात को और सभी के लिए पर्याप्त, सुरक्षित और पौष्टिक भोजन तक पहुंच सुनिश्चित करने के महत्व पर जोर देने के साथ साथ कृषि वस्तुओं के उत्पादन की जानकारी साझा करने जैसे मुद्दे दोनों देशो की खाद्य सुरक्षा लक्ष्यों में से है।
संयुक्त बयान में कहा गया है, "भारत और कनाडा 2018 के भीतर एक योजना को अंतिम रूप देने के लिए एक साथ मिलकर काम करेंगे ताकि कनाडाई दालों का निर्यात भारत में कीटनाशकों से मुक्त हो सके, जोकि दोनों देशों को तकनिकी प्रोटोकॉल के अनुसार स्वीकार्य हों"।
भारतीय जैविक उत्पादों के लिए कनाडा में पहुंच की सुविधा के लिए कनाडाई खाद्य कृषि निरीक्षण एजेंसी और प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास प्राधिकरण (एपीडा) के साथ मिलकर काम करना जारी रखेगा।
भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी और कनाडा के प्रधान मंत्री जस्टिन त्रिदेव के दौरे के बीच वार्ता के बाद यह बयान जारी किया गया।
कनाडा, दलहन उत्पादन फसल का दुनिया का सबसे बड़ा निर्यातक है, जो कि भारत में एक लोकप्रिय प्रोटीन स्रोत है।
भारत ने दलहन के आयातित कार्गो को मिथाइल ब्रोमाइड से fumigate करना अनिवार्य कर दिया था ताकि भारतीय पोर्ट पैर कार्गो पहुँचने से पहले कीड़े और कीट की रोकथान की जा सके।
कनाडा में पिछले वर्ष लगभग कुल दलहन उत्पादन 74 लाख टन में से 45 लाख टन निर्यात किया था, जिसमे 50% निर्यात (मटर, मसूर और चना) भारत को किया गया था।
नोट: (कीड़े और किट से अनाज को मुक्त करने के लिए किये गए छिड़काव को फूमिगेशन कहते हैं)
(कमोडिटिजकण्ट्रोल ब्यूरो द्वारा; +91-22-40015533)
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