मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) लॉकडाउन में भारत से एक्सपोर्ट नहीं हो पाने की वजह से थाईलैंड में चावल का दाम 7 साल के ऊपरी स्तर पर चला गया है। वहीं ग्लोबल मार्केट से बाहर होने से घरेलू बाजार में इसका भाव करीब 3 महीने के निचले स्तर पर लुढ़क गया है।
थाईलैंड जो कि भारत के बाद दुनिया में चावल का दूसरा बड़ा एक्सपोर्टर है, वहां 5% ब्रोकेन व्हाइट चावल का दाम $560-570/ टन के स्तर पर चला गया है। जो अप्रैल 2013 के बाद का ऊपरी स्तर है। एक हफ्ते में ही इसमें करीब $70 की तेजी आ चुकी है।
वहीं भारत में इसी क्वालिटी के चावल का दाम गिरकर $360/टन के आसपास आ गया है। जो पिछले 3 महीने में सबसे कम।है।
गौरतलब हैं कि ग्लोबल मार्केट में भारत चावल का सबसे बड़ा एक्सपोर्टर है। जो फिलहाल तेजी से फैल रहे जानलेवा कोरोना वायरस की वजह से 21 दिनों के लॉकडाउन से गुजर रहा है। ऐसे में भारत से एक्सपोर्ट रुक सा गया है। जिसका असर यहां चावल की कीमतों पर दिखा है।
वहीं इस दौरान प्रमुख चावल एक्सपोर्टर वियतनाम से भी इसका एक्सपोर्ट ठप है। घरेलू सप्लाई को सुनिश्चित करने के लिए वियतनामी सरकार ने चावल एक्सपोर्ट पर रोक लगा रखा है।
कारोबारियों का कहना है कि भारत के चावल का भाव कम होने और रुपये में कमजोरी के बावजूद हम एक्सपोर्ट नहीं कर पा रहे हैं। जबकि ग्लोबल मार्केट में मौजूदा माहौल का थाईलैंड भरपूर फायदा उठा रहा है। लॉक डाउन की वजह से यहां से ट्रकों की आवाजाही में दिक्कत हो रही है।