मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) खेती वाले इलाकों में तेज बारिश और पैदावार को लेकर भारी अनिश्चितता के बीच काली मिर्च की कीमतों में भारी गिरावट आई है। ऐसे में कर्नाटक और केरल के किसानों की चिंताएं बढ़ गई हैं।
गौरतलब है कि दिसंबर से नई फसल की आवक से पहले घरेलू बाजार में काली मिर्च का भाव पिछले करीब 10 साल के निचले स्तर पर आ गया है। काली मिर्च की कीमतें 2017 में 760 रुपए प्रति किलो थीं, जो अब 290 रुपए या इससे भी नीचे का स्तर छू चुकी है। पिछले एक साल में इसका भाव करीब 25% लुढ़क चुका है।
कोच्चि में आज काली मिर्च गार्बल्ड का भाव 318 रुपए और अनगार्बल्ड का भाव 298 रुपए/किलो बोला गया।
कारोबारियों के मुताबिक श्रीलंका से हो रहे सस्ते इंपोर्ट की वजह से घरेलू बाजार में काली मिर्च की कीमतों पर दबाव बढ़ा है। कोच्चि में काली मिर्च के कारोबारी किशोर शामजी ने बताया कि वियतनाम की काली मिर्च श्रीलंका के रास्ते अवैध रुप से भारत आ रही है। भारत सरकार को इसकी शिकायत के बावजूद कोई सुनवाई नहीं है।
कारोबारियों का मानना है कि दिसंबर में नई फसल के आने के बाद घरेलू बाजार में काली मिर्च का दाम 200 रुपए तक भी टूट सकता है।