मुंबई (कमोडिटीज कंट्रोल) कुछ इलाकों में भारी बारिश और कुछ इलाकों में बेहद कम बारिश की मार खेती पर भारी पड़ने जा रही है। खास करके खरीफ फसलों की पैदावार में कमी आ सकती है। SBI ने अपनी इकोरैप रिसर्च रिपोर्ट में कहा है कि खाद्यान की सप्लाई दुरुस्त रखने के लिए सरकार को अभी से तैयारी पूरी कर लेनी चाहिए।
रिपोर्ट में कहा गया है कि मौसम की बेरुखी की मार धान, गेहूं, दलहन और तिलहन सभी फसलों पर पड़ेगी।
कमोडिटीज कंट्रोल को मिली जानकारी में मुताबिक पश्चिमी राजस्थान में पिछले कई दिनों से बारिश नहीं होने से उड़द की यील्ड में कमी की आशंका है। जबकि पूर्वी राजस्थान और मध्य प्रदेश में भारी बारिश से उड़द और मूंग के अलावा सोयाबीन की फसल को भी नुकसान की आशंका जताई जा रही है।
आंकड़ों के मुताबिक साल 2019 में सरकार ने कुल पैदावार का 38% धान, 36% गेहूं और सिर्फ 8% दलहन की खरीद की है। पिछले साल के मुक़ाबले इस साल दलहन की सरकारी खरीद बेहद धीमी रही है।
इस साल खेती की बात करें तो धान की बोआई में करीब 0.1% की कमी आई है। गन्ना, दलहन और तिलहन की बोआई भी कम है।
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