मुंबई (कमोडिटिजकण्ट्रोल) - चक्रवाती तूफान गज भीषण चक्रवात बन गया। इस समय यह दक्षिण-पश्चिमी दिशा में आगे बढ़ रहा है। आज दोपहर तक इसके तमिलनाडु के तटों से भारत के मुख्य भू-भाग में प्रवेश करने की संभावना है।
पहले के अनुमान से उलट तूफान गज ने अपनी राह बदली और दक्षिण-पश्चिमी दिशा में चल निकला है जिससे यह मुख्य रूप से दक्षिणी तमिलनाडु को ही प्रभावित करेगा।
तूफान के लैंडफाल के समय कुड्डालोर, नागपट्टिनम, तंजावुर और कराईकल में मूसलाधार वर्षा के साथ हवाओं की रफ्तार 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुँचेगी जिससे जगह-जगह पेड़ गिरने, बिजली के खंबे उखड़ने और कच्चे मकानों के क्षतिग्रस्त होने की आशंका है।
जबकि चेन्नई, तिरुवल्लूर, तिरुवन्नामलाई और पुद्दुचेरी सहित तमिलनाडु के बाकी भागों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा भी देखने को मिल सकती है।
हालांकि तमिलनाडु में प्रवेश के समय तूफान कमजोर होकर डिप्रेशन बन जाएगा। लेकिन कम से कम 16 नवंबर तक तमिलनाडु के ज्यादातर भागों में रुक-रुक कर वर्षा होती रहेगी।
बंगलुरु सहित दक्षिणी कर्नाटक, केरल और दक्षिणी आंध्र प्रदेश में में हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना है।
उत्तर भारत में कश्मीर के पास बने पश्चिमी विक्षोभ के पूर्वी दिशा में जाने के कारण पहाड़ों पर बर्फबारी में कमी आएगी लेकिन कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा या बर्फबारी तीनों राज्यों में जारी रह सकता है।
दिल्ली-एनसीआर सहित पंजाब, हरियाणा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश और उत्तरी राजस्थान में बारिश देने वाला चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र कमजोर हो गया है जिससे आज सभी राज्यों में मौसम सूखा होगा।
इस बीच दिल्ली-एनसीआर में आज धुंध बढ़ेगी लेकिन प्रदूषण कल के स्तर पर ही रहेगा।
साथ ही आज शाम या कल सुबह से पहाड़ों से ठंडी हवाएं मैदानी राज्यों तक पहुंचेगी जिससे दिल्ली एनसीआर सहित ज्यादातर जगहों पर तापमान में गिरावट आएगी और प्रदूषण से राहत मिलेगी।
देश के बाकी सभी भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क बना रहेगा।
श्रोत: स्काईमेट